होली नाम है पवित्रता का
प्रीत का और मित्रता का,
होली नाम है गुलाल का
आबीर का और ताल का,
होली रंग भी है राग भी
और प्रेम का अनुरग भी,
होली धर्म भी है जीत भी
और प्रेमियों कि प्रीत भी है,
होली राम है रहीम भी
अल्लाह और मीर भी है,
होली राधा है मोहन है
मीरा और हीर भी है,
होली हुडदंग भी है
मस्ती और उमंग भी है,
होली मधुमास भी है
नॄत्य ओर रास भी है,
होली राग भी है फाग भी
बिरही का बिराग भी है,
होली ढोल भी है पोल भी
गोपियों का झोल भी है,
होली नाम है बंधुता का
रिश्तों कि अटूटता का,
होली नाम है मान,स्वाभिमान का
एक दूजे के समामन का ||
आप सभी को होली कि हार्दिक शुभ कामनायै...................
एक निवेदन
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जवाब देंहटाएंThanks Vibha ji
जवाब देंहटाएंधन्यवाद बृजेश जी।
जवाब देंहटाएंमेरी कविता को लिंक करने के लिए आपका हर्दिक धन्यवाद बिभा जी।
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